खबर के मुताबिक डाक्टरों ने अपनी मांगों को लेकर सरकार को स्पष्ट रूप से कहा दिया है कि जब तक मांग पूरी नहीं हो जाती तब तक हमलोग आंदोलन जारी रखेंगे।
कोलकाता। तीन सूत्री मांगों को लेकर जूनियर डॉक्टरों ने बुधवार को नबान्न पहुंचकर मुख्य सचिव मनोज पंत से मुलाकात की। बैठक में $गृहसचिव नंदिनी चक्रवर्ती के अलावा पुलिस आयुक्त मनोज वर्मा, डीजीपर राजीव कुमार उपस्थित थे।
खबर के मुताबिक डाक्टरों ने अपनी मांगों को लेकर सरकार को स्पष्ट रूप से कहा दिया है कि जब तक मांग पूरी नहीं हो जाती तब तक हमलोग आंदोलन जारी रखेंगे। इन मांगों में सबसे बड़ी मांग स्वास्थ्य सचिव नारायण स्वरूप निगम के इस्तीफे की है जिसे लेकर मुख्य मंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा था कि पूरे स्वासथ्य विभाग को एक बार में बदला नहीं जा सकता है। लेकिन जूनियर डॉक्टर अभी भी स्वास्थ्य सचिव के इस्तीफे को लेकर अड़े हैं। यही वजह है कि जूनियर डॉक्टरों ने यह साफ कहा है कि जब तक उनकी ये मांगे नहीं मानी जाती उनकी हड़ताल जारी रहेगी।
हालांकि बैठक के दौरान जूनियर डॉक्टरों ने यह जरूर कहा कि पिछली बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बहुत सारे आश्वासन मिले थे। बैठक में मुख्य सचिव और टास्क फोर्स के सदस्यों ने भी अपनी बातें रखी। देखा गया कि जूनियर डॉक्टर स्टेनोग्राफर को लेकर नबान्न पहुंचे थे। सभी को उम्मीद थी कि बैठक से कुछ बेहतर नतीजे निकलेंगे लेकिन ऐसा कुछ बहुत देखने को नहीं मिला। जूनियर डाक्टर थ्रेट कल्चर और सुरक्षा को लेकर पूरी मुक्कमल चाहते हैं।
हालांकि मुख्य सचिव ने उन्हें जरूर अवगत कराया कि 100 करोड़ रुपये खर्च करके राज्य सरकार संसाधनों को जुटायेगी और सीसीटीवी, रेस्ट रूम, वाशरूम पर खर्च करेगी। देखा गया कि 6.30 बजे की बैठक में भाग लेने के लिए जूनियर डॉक्टर से बस से 7.13 मिनट पर पहुंचे और बैठक 7.38 मिनट पर शुरू हुई जो घंटों चली।