मानिकचक के दस स्थानों पर चल रहे प्रदर्शन के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई। आरोप है कि प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया और उन्हें बंधक बनाने की कोशिश की। इस झड़प में मानिकचक के पुलिस इंस्पेक्टर-इन-चार्ज (आईसी) समेत कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।
कोलकाता। बिजली कटौती के विरोध में मालदा के मानिकचक इलाके में गुरुवार को बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुआ। आरोप है कि प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने गोलीबारी की, जिसमें दो लोग घायल हो गए। उन्हें मालदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। राज्य सचिवालय नवान्न ने इस घटना की रिपोर्ट मांगी है।
मानिकचक के दस स्थानों पर चल रहे प्रदर्शन के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई। आरोप है कि प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया और उन्हें बंधक बनाने की कोशिश की। इस झड़प में मानिकचक के पुलिस इंस्पेक्टर-इन-चार्ज (आईसी) समेत कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।
पिछले कुछ दिनों से मानिकचक के कई इलाकों में बिजली कटौती हो रही थी, जिसके कारण स्थानीय लोग नाराज थे। इसी नाराजगी के चलते उन्होंने गुरुवार को सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया।
तृणमूल विधायक का बयान
मानिकचक की तृणमूल विधायक सवित्री मित्रा ने कहा, "पिछले कुछ दिनों से मानिकचक के कुछ इलाकों में रात में बिजली नहीं रहने के कारण समस्या हो रही थी। मैंने कई बार डिविजनल ऑफिसर से समस्या हल करने के लिए कहा था लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ। नूरपुर, शेखुपुरा, चंडीपुर में बिजली नहीं होने के कारण अवरोध हुआ। मैंने प्रदर्शनकारियों से अनुरोध किया था, जिसके बाद उन्होंने अवरोध हटा लिया था लेकिन एणायतपुर के लोग अवरोध पर अड़े थे। जो घटना हुई है, वह अनुचित है। हम स्थिति को नियंत्रण में लाने की कोशिश कर रहे हैं।”
तृणमूल प्रवक्ता और कोलकाता के काउंसिलर अरूप चक्रवर्ती ने कहा, "विभागीय जांच होगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।"
इस घटना पर राज्य के विपक्षी दलों ने सरकार की आलोचना की है। भाजपा के राज्य अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा, "लोगों का प्रशासन से विश्वास उठ रहा है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में पुलिस पर हमले हो रहे हैं।" सीपीएम नेता सुजन चक्रवर्ती ने पुलिस की गोलीबारी की आलोचना करते हुए कहा, "पुलिस का यह कदम अनुचित है।"