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वायु सेना प्रमुख ने किया रूसी लड़ाकू 'उड़ता ताबूत' मिग-21 की विदाई का ऐलान

सालाना प्रेस कॉन्फ्रेंस में वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल चौधरी ने कहा कि हमारे क्षेत्र में अस्थिर और अनिश्चित भू-राजनीतिक परिदृश्य के कारण एक मजबूत और विश्वसनीय सेना की आवश्यकता अनिवार्य हो गई है। भारतीय वायु सेना सबसे दूर तक देखने, सबसे तेज पहुंचने और सबसे कठिन प्रहार करने की अपनी अंतर्निहित क्षमता के साथ इन चुनौतियों को कम करने में महत्वपूर्ण होगी।

03 Oct 2023

वायु सेना प्रमुख ने किया रूसी लड़ाकू 'उड़ता ताबूत' मिग-21 की विदाई का ऐलान

नई दिल्ली। भारतीय वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने रूसी 'उड़ते ताबूत' मिग-21 की औपचारिक विदाई का मंगलवार को ऐलान कर दिया। एयर चीफ मार्शल चौधरी ने कहा कि हम 2025 तक मिग-21 लड़ाकू विमान उड़ाना बंद कर देंगे और उनकी जगह एलसीए तेजस ले लेंगे। इस बार प्रयागराज के संगम क्षेत्र में एयर डिस्प्ले में कुल 120 लड़ाकू और परिवहन विमान एवं हेलीकॉप्टर भाग लेंगे।

सालाना प्रेस कॉन्फ्रेंस में वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल चौधरी ने कहा कि हमारे क्षेत्र में अस्थिर और अनिश्चित भू-राजनीतिक परिदृश्य के कारण एक मजबूत और विश्वसनीय सेना की आवश्यकता अनिवार्य हो गई है। भारतीय वायु सेना सबसे दूर तक देखने, सबसे तेज पहुंचने और सबसे कठिन प्रहार करने की अपनी अंतर्निहित क्षमता के साथ इन चुनौतियों को कम करने में महत्वपूर्ण होगी। वायु सेना इंडो पैसिफिक क्षेत्र में भारत की ताकत को पेश करने में एक आधार बनी रहेगी। एयर चीफ मार्शल चौधरी ने कहा कि भारतीय वायु सेना के विमानों ने कई लंबी दूरी के मिशनों को अंजाम दिया, जिनमें राफेल और अन्य विमानों के साथ मिशनों को अंजाम देने के लिए दूर-दराज के इलाकों में उड़ान भरना शामिल है।

उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि हम खुफिया जानकारी, निगरानी और टोही के माध्यम से चीन और पाकिस्तान की सीमा पार स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं। हमारी परिचालन योजनाएं गतिशील हैं और विकासशील स्थितियों के अनुसार बदलती रहती हैं। उन जगहों पर जहां संख्या के आधार पर विरोधियों का मुकाबला नहीं किया जा सकता, हम बेहतर रणनीति के जरिए इसका मुकाबला करेंगे। हम संख्याओं के माध्यम से इनपुट के अनुसार अपनी आईएसआर योजनाओं को संशोधित करते रहते हैं।

वायु सेना प्रमुख ने लड़ाकू विमानों की स्क्वाड्रन संख्या के बारे में पूछने पर कहा कि हमने एचएएल के साथ 83 एलसीए मार्क-1ए के लिए एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए थे। अब हम 97 और एलसीए मार्क-1ए विमान चाहते हैं, जिसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। यह सौदा पूरा होने के बाद हमारे पास 180 विमान होंगे। उन्होंने मिग-21 की औपचारिक विदाई का ऐलान करते हुए कहा कि हम 2025 तक मिग-21 लड़ाकू विमान उड़ाना बंद कर देंगे और उनकी जगह एलसीए तेजस ले लेंगे। अगले एक महीने में मिग-21 स्क्वाड्रन का नंबर आएगा और उसके बाद भारतीय वायु सेना का आखिरी स्क्वाड्रन होगा।

ग्रुप कैप्टन प्रज्योत ने बताया कि वायु सेना के 91वें स्थापना दिवस पर 8 अक्टूबर को प्रयागराज के संगम क्षेत्र में एयर डिस्प्ले में कुल 120 लड़ाकू और परिवहन विमान एवं हेलीकॉप्टर भाग लेंगे। यह सभी उत्तर प्रदेश के 10 एयरबेस से संचालित होंगे। मिग-21 आखिरी बार शो में भाग लेगा। हाल ही में वायु सेना के बेड़े में शामिल किया गया पहला फ्रांसीसी सी-295 परिवहन विमान भी एयर डिस्प्ले का हिस्सा बनेगा। वायु सेना दिवस फ्लाईपास्ट में सी-295 विमान सुग्रीव फॉर्मेशन में उड़ान भरेगा। प्रयागराज के संगम क्षेत्र में लव और कुश फॉर्मेशन में दो पुराने विमान संचालित होंगे।
 

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