वह सोमवार को अपने जम्मू दौरे के दौरान जम्मू विश्वविद्यालय के जनरल जोरावर सिंह ऑडिटोरियम में आयोजित रक्षा सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
जम्मू। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने फिर दोहराया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में विश्व मंच पर भारत की मान और कद बढ़ा है और दुनिया अब भारत की बात अधिक ध्यान से सुन रही है।वह सोमवार को अपने जम्मू दौरे के दौरान जम्मू विश्वविद्यालय के जनरल जोरावर सिंह ऑडिटोरियम में आयोजित रक्षा सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि पहले जब भारत अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कुछ कहता था, तो उसे इतनी गंभीरता से नहीं लिया जाता था। मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के तहत भारत की प्रतिष्ठा अंतरराष्ट्रीय मंच पर बढ़ी है और उसका कद भी बढ़ा है। उन्होंने कहा कि 2014 में मोदी के सत्ता संभालने के बाद स्थिति बदल गई है। प्रधानमंत्री की हाल ही में समाप्त हुई अमेरिका और मिस्र की यात्रा को लेकर उन्होंने कहा कि इस दौरान कई ऐतिहासिक समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
पिछले कुछ वर्षों में प्रधान मंत्री मोदी की विदेशों में पहुंच का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि एक देश के प्रधान मंत्री ने उन्हें ‘बॉस’ कहा, जबकि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि मोदी इतने लोकप्रिय हैं कि हर कोई उनका ऑटोग्राफ लेने की इच्छा रखता है। उन्होंने 2014 के बाद मोदी सरकार की ओर से रक्षा क्षेत्र की मजबूती के लिए उठाए गए कदमों की भी जानकारी दी। बॉर्डर पर रहने वाले लोगों की हिफाजत के लिए सरकार की ओर से उठाए गए कदमों के बारे में बताते हुए कहा कि आज सीमा पर रहने वाले लोगों को सुरक्षा के साथ-साथ हर सुविधा मुहैया करवाई जा रही है।
रक्षामंत्री के दौरे को देखते हुए जम्मू के आसपास के इलाकों में हाई अलर्ट है और सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। आधार शिविर भगवती नगर, परेड स्थित गीता भवन, पुरानी मंडी स्थित राम मंदिर और महाजन हाल, रेलवे स्टेशन जम्मू स्थित सरस्वती धाम, पंचायत भवन, वैष्णवी धाम और टीआरसी को सुरक्षाबलों ने सुरक्षा घेरे में ले लिया है। शहर के प्रमुख चौक चौराहों पर भी पुलिस के विशेष दल को तैनात किया गया है। सीमांत इलाकों को शहर से जोड़ने वाले सभी रास्तों पर अर्धसैनिक बलों व संबंधित थानों की पुलिस तैनात की गई है।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह इसके बाद त्रिकुटा नगर स्थित प्रदेश भाजपा मुख्यालय में प्रदेशाध्यक्ष रवींद्र रैना सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक करके राज्य के राजनीतिक हालात तथा संगठनात्मक मुद्दों पर चर्चा करेंगे।