विपक्षी नेता लंबे समय से शिकायत कर रहे हैं कि केंद्रीय जांच एजेंसियां ईडी और सीबीआई का दुरुपयोग किया जा रहा है। इस बार वे बैठक करने वाले हैं। केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग पर गैर बीजेपी मुख्यमंत्री जल्द दिल्ली में बैठक करेंगे।
लोकसभा चुनाव के पहले बीजेपी विरोधी पार्टियां एकजुट होने की कोशिश कर रही हैं। इस बीच विपक्ष ने आरोप लगाया है कि केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। आम आदमी पार्टी की पहल पर दिल्ली में बैठक का आयोजन किया जा रहा है। इसमें भाजपा विरोधी मुख्यमंत्रियों को शामिल होने का न्यौता दिया गया हैं। इस बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी शामिल हो सकती हैं। बता दें कि इसके पहले विरोधी पार्टियों ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर ईडी और सीबीआई के दुरुपयोग पर चिंता जताई थी। विपक्षी नेता लंबे समय से शिकायत कर रहे हैं कि केंद्रीय जांच एजेंसियां ईडी और सीबीआई का दुरुपयोग किया जा रहा है। सीबीआई और ईडी ने तो गदर मचा दिया है।
2024 के पहले धरपकड़ तेज़ हो गई है। ना रहेगा विपक्ष ना रहेगी एकता। लालू यादव रेलमंत्री रहे 2008 में, नौकरी के बदले ज़मीन घोटाले के सुबूत मिल रहे हैं 14 बरस बाद में। सीबीआई ने मुकदमा पिछले साल दर्ज किया और वक्त का पहिया उल्टा घुमा दिया। पहले लालू चारा घोटाले में कई बरस जेल में गुजार चुके हैं। लग रहा था कि उनके दिन अब फिरेंगे। केन्द्रीय जांच एजेंसियों के इस मैराथन अभियान को लेकर गैर-भाजपाई मुख्यमंत्री राजपथ में बैठक की तैयारी में हैं। हालांकि यहाँ कांग्रेस का स्टेंड साफ हैं चूकि लोकसभा में विरोधी दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने ये साफ कर दिया हैं जो करेगा वो भरेगा। उन्होंने साफ शब्जों में कहा कि हमारे नेता राहुल गांधी, सोनिया गांधी से भी पूछताछ की गयी और हमने उन्हें जवाब दिया हैं क्योंकि हम चोर नहीं हैं, जो चोर हैं वो डर रहें हैं।
केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग पर गैर बीजेपी मुख्यमंत्री जल्द दिल्ली में बैठक करेंगे। प्राप्त जानकारी के अनुसार आम आदमी पार्टी के नेतृत्व में इस बैठक का आयोजन किया गया है। बैठक में राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शामिल हो सकती हैं। करीबी सूत्रों के मुताबिक बैठक में शामिल होने के लिए वह तीन दिन के दिल्ली दौरे पर जा सकती हैं। सूत्रों के मुताबिक बजट सत्र का दूसरा चरण इस महीने के अंत में शुरू होगा। तभी यह बैठक होनी है। बैठक में आम आदमी पार्टी, तृणमूल, राजद, राकांपा सहित नौ दलों के शामिल होने की उम्मीद है। वही बंगाल भाजपा के नेता व पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने साफ कह दिया हैं कि खेल अभी बाकि हैं और कई लोग सलाखों के पीछे पहुँचने वाले हैं।
गौरतलब हो कि हाल ही में नौ विपक्षी नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर केंद्रीय जांच एजेंसी के दुरुपयोग का आरोप लगाया था। पत्र पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव, राजद नेता और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, राकांपा प्रमुख शरद पवार, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, यूबीटी नेता उद्धव ठाकरे जेकेएनसी नेता फारूक अब्दुल्ला और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के हस्ताक्षर थे।
मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी का विरोध करने के अलावा यह भी आरोप लगाया गया था कि केंद्रीय जांच एजेंसी ने भाजपा में शामिल होने के बाद शुभेंदु अधिकारी और हिमंत बिस्वा शर्मा जैसे नेताओं के खिलाफ जांच बंद कर दी थी। हाल में बिहार में लालू यादव और तेजस्वी यादव के यहां ईडी ने छापेमारी की है। दिल्ली में मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार किया गया है। कोलकाता में भी बंगाल में कई टीएमसी नेताओं को हाल में सीबीआई और ईडी ने गिरफ्तार किया है। अब इसे लेकर सभी विरोधी पार्टियां एकजुट होने की कवायद शुरू कर दी हैं।