संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी UNHCR सीरिया (Syria) के बुरी तरह प्रभावित हिस्सों में सहायता पहुंचा रही है. एजेंसी का मुख्य ध्यान आश्रय और राहत वस्तुओं पर है।
तुर्किए (तुर्की) और सीरिया में भूकंप (Earthquake) से तबाही के बीच माहौल पूरी तरह से गमगीन है। मलबे के ढेर और उसमें दबे लोगों को निकालने का काम लगातार जारी है। विनाशकारी भूकंप में बड़ी संख्या में लोग मारे गए हैं और हजारों घर जमींदोज हो गए। भीषण आपदा में तबाही से लाखों की संख्या में लोगों के बेघर (Homeless) होने की आशंका जताई गई है।
संयुक्त राष्ट्र (UN) ने कहा है कि सीरिया में विनाशकारी भूकंप (Devastating Earthquake) के बाद बेघर हुए लोगों की संख्या 53 लाख के करीब हो सकती है।
यूएन हाई कमिश्नर ऑफ रिफ्यूजी (UN High Commissioner for Refugees) के सीरियाई प्रतिनिधि शिवांका धनपाला (Sivanka Dhanapala) ने कहा कि सीरिया में कम से कम 5।3 मिलियन यानी 53 लाख लोग भूकंप से बेघर हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र का अनुमान है कि भूकंप से प्रभावित 53 लाख लोगों को देश भर में आश्रय सहायता की जरूरत होगी।
यूएन हाई कमिश्नर ऑफ रिफ्यूजी के सीरियाई प्रतिनिधि ने आगे कहा कि संयुक्त राष्ट्र एजेंसी देश के बुरी तरह प्रभावित हिस्सों में सहायता पहुंचा रही है। एजेंसी का मुख्य ध्यान आश्रय और राहत वस्तुओं पर है।
सामूहिक केंद्रों में पर्याप्त सुविधाएं सुनिश्चित की जा रही हैं। टेंट, प्लास्टिक की चादर, थर्मल कंबल, सोने के लिए दरी, सर्दियों के कपड़े की व्यवस्था की गई है। प्रभावितों में बुजुर्गों, विकलांगों और माता-पिता से जुदा हुए बच्चों पर खास ध्यान दिया जा रहा है।