उन्होंने कहा, ”मैं किसी बाप का नौकर नहीं हूं। जितनी बार बुलाओगे, मुझे जाने होगा
कोलकाता। प्रवर्तन निदेशालय ने शिक्षक भर्ती भ्रष्टाचार मामले में तृणमूल के अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक बनर्जीको फिर तलब किया है। ईडी ने मंगलवार 13 जून को अभिषेक बनर्जी को हाजिर होने का निर्देश दिया है, लेकिन अभिषेक बनर्जी ने साफ कर दिया कि वह ईडी के समक्ष हाजिर नहीं होंगे। बता दें कि अभिषेक बनर्जी को ईडी का नोटिस उनकी पत्नी रुजिरा बनर्जी से कोयला तस्करी के मामले में लगभग चार घंटे तक पूछताछ के तुरंत बाद आई है।
कुछ दिन पहले सीबीआई ने अभिषेक बनर्जी को समन भेजा था। उस समय वह नबज्बार कार्यक्रम में थे, लेकिन वह कार्यक्रम को बीच में छोड़कर सीबीआई के बुलावे पर हाजिर हुए थे। इस बार शिक्षक भर्ती भ्रष्टाचार मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने उन्हें फिर से तलब किया है। जब यह नोटिस दिया गया। उस समय वह नदिया में थे। वहां से उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके लिए अभी उपस्थित होना संभव नहीं है, जो भी डॉक्यूमेंट्स भेजना होगा। वह भेज देंगे, लेकिन पंचायत चुनाव है। उनके पास फिलहाल समय नहीं हैं। उन्हें जनता के पास जाना है।
अभिषेक बनर्जी ने कहा, ”8 जुलाई को चुनाव है। अगर आप मुझे 9 जुलाई को आने के लिए कहोगे तो मैं आ जाऊंगा। अगर आप 10 जुलाई को आने को कहोगे तो मैं जाऊंगा। 8 जुवाई के बाद आप जिस दिन कहेंगे उस दिन मैं जाऊंगा, लेकिन अभी कार्यक्रम चल रहा है। फिर पंचायत चुनाव है। लोगों तक पहुंचना अब हमारा एकमात्र प्रयास है।” उन्होंने कहा, “लोगों की मांगों और समस्याओं को सुनकर अपने सामर्थ्य के अनुसार उनका समाधान करने का प्रयास कर रहा हूं। बीजेपी उस काम को रोकने की कोशिश कर रही है। जब तक यह यात्रा चल रही है। मेरे पास 10-12 घंटे बर्बाद करने का समय नहीं है।”
उन्होंने कहा,” मैंने एक दिन का भी ब्रेक नहीं लिया। यह कार्यक्रम अगले 8-10 दिनों तक जारी रहेगा। मेरे पास इन 8-10 दिनों और 10-12 घंटों को बर्बाद करने का समय नहीं है। इस कार्यक्रम के समाप्त होने के बाद, मुझे अभियान में भाग लेना है। उन्होंने कहा, “पहले मुझे सीबीआई ने बुलाया था, लेकिन उन्हें कुछ हासिल नहीं हुआ। परिणाम जीरो रहा है। मैं कहता रहता हूं कि सीबीआई एक इंजन है, ईडी दूसरी इंजन है। यह केंद्र सरकार का डबल इंजन सरकार का मॉडल है। सिंगल इंजन फेल हो गया इसलिए ईडी को वापस लगा दिया गया। ”पिछली बार सीबीआई पूछताछ के बाद अभिषेक बनर्जी ने कहा था, यह जांच के नाम पर जनसंपर्क यात्रा में बाधा डालने की एक सुसंगत, जानबूझकर, सुनियोजित साजिश है। ये चीजें राजनीतिक दलों के इशारे पर हो रही हैं। उन्होंने कहा, ”मैं किसी बाप का नौकर नहीं हूं। जितनी बार बुलाओगे, मुझे जाने होगा। मेरी पत्नी से ईडी कार्यालय लगभग चार घंटे पूछताछ की गयी। साढ़े चार बजे मुझे नोटिस दिया गया। इससे पहले मैं सीबीआई के समन पर एक दिन के नोटिस पर कोलकाता गया था, लेकिन अब पंचायत चुनाव के पहले मेरे पास समय नहीं है।”