कोलकाता में आयोजित 46वें अंतरराष्ट्रीय पुस्तक मेले में 25.50 करोड़ रुपये की पुस्तकों की बिक्री हुई है। आयोजकों ने इसकी जानकारी दी। पब्लिसर्स एवं बुकसेलर्स गिल्ड के महासचिव त्रिदिब चटर्जी ने बताया कि इस साल के पुस्तक मेले में करीब 26 लाख लोग आये।
कोलकाता में आयोजित 46वें अंतरराष्ट्रीय पुस्तक मेले में 25.50 करोड़ रुपये की पुस्तकों की बिक्री हुई है। आयोजकों ने इसकी जानकारी दी। पब्लिसर्स एवं बुकसेलर्स गिल्ड के महासचिव त्रिदिब चटर्जी ने बताया कि इस साल के पुस्तक मेले में करीब 26 लाख लोग आये।
उन्होंने बताया कि मेले की शुरुआत 31 जनवरी को मुख्यमंत्री के हाथों हुई थी और इसका समापन 12 फरवरी को कोलकाता नगर निगम के मेयर फिरहाद हकीम के हाथों हुआ। उन्होंने बताया कि 1976 से लगने वाले इस पुस्तक मेले में किताबों की बिक्री और आने वाले लोगों की संख्या ने एक रिकॉर्ड कायम किया है।
इस मेले में कुल 950 दुकानें थी, इसके अलावा बांग्लादेश पेवेलियन में 70 दुकानें थी । इस मेले में इस बार स्पेन थीम राष्ट्र था। इन तादाद से जाहिर है कि बड़ी संख्या में लोग कोविड-डर पर काबू पाकर पुस्तक मेला परिसर में पहुंचे और पहले की तरह ही उत्साह से किताबें खरीदीं।
पुस्तक मेले के अंतिम दिन उपन्यासकार सपनाम चक्रवर्ती और लेखक अनिल आचार्य मेला परिसर के आकर्षणों में से एक थे। उपन्यासकार सपनामॉय चक्रवर्ती, प्रो अनिल आचार्य को इस दिन गिल्ड द्वारा सम्मानित किया गया है। साथ ही पुस्तक मेले के समापन समारोह में गिल्ड ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और सभी लेखकों और प्रकाशन गृहों को धन्यवाद दिया।
‘पब्लिशर्स एंड बुकसेलर्स गिल्ड’ ने पुस्तक मेले के आयोजन के लिए डोला सेन, सुधांशु सेन, विधाननगर नगर पालिका, बिधाननगर पुलिस आयुक्तालय सहित सरकारी अधिकारियों को धन्यवाद दिया। संयोग से 30 जनवरी को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने परंपरा का पालन करते हुए दीप जलाकर और हथौड़े से घंटी बजाकर पुस्तक मेले का उद्घाटन किया था।
मुख्यमंत्री ने पहले ही उम्मीद जता दी थी कि इस साल रिकॉर्ड भीड़ होगी। उनकी उम्मीद निराधार नहीं थी, यह पुस्तक मेले के अंतिम दिन गिल्ड के आंकड़ों से स्पष्ट है। इससे पहले 2021 के पुस्तक मेले में 23 करोड़ किताबें बिकी थीं, जो एक रिकॉर्ड था।