पुलिस ने शवों को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया हैं। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पिछले कई दिनों से फ्लैट बंद थे। पड़ोसियो और स्थानीय लोगों ने रविवार की सुबह बदबू की शिकायत की। उसके बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को जानकारी दी। पुलिस ने आकर फ्लैट का ताला तोड़ा तो अंदर देखकर हैरान रह गई।
एक ही परिवार के तीन लोगों की रहस्यमय मौत का मामला सामने आया है। कोलकाता के रीजेंट पार्क इलाके के एक बंद फ्लैट से मां-पिता और बेटी की फंदे से लटकती हुई लाश बरामद की गई। पिता कारोबारी है, जबकि बेटी लॉ की छात्रा। मृतकों के नाम बिजय चटर्जी, उनकी पत्नी रानू चटर्जी और बेटी ओइन्द्रिला चटर्जी बताया गया है।
पुलिस ने शवों को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया हैं। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पिछले कई दिनों से फ्लैट बंद थे। पड़ोसियो और स्थानीय लोगों ने रविवार की सुबह बदबू की शिकायत की। उसके बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को जानकारी दी। पुलिस ने आकर फ्लैट का ताला तोड़ा तो अंदर देखकर हैरान रह गई।
पुलिस का मानना है कि ऐसा प्रतीत होता है कि इन लोगों ने आत्महत्या की है, लेकिन कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद मौत की कारणों का खुलासा होगा।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 196/1 स्कूल रोड स्थित एक फ्लैट से दुर्गंध आ रही थी, जो अंदर से बंद थी। पुलिस जब दरवाजा तोड़कर अंदर दाखिल हुई तो फ्लैट के तीनों सफेद रंग की रस्सी से लटका पाया गया। पुलिस के बयान के अनुसार पूछताछ में पता चला कि पिछले छह माह से उक्त फ्लैट में किराएदार के रूप में रह रहे थे। इनके मकान मालिक का नाम बिजय चटर्जी है। पिछले तीन-चार दिन से उन्हें फ्लैट के बाहर कोई नहीं देखा था। तलाशी लेने पर कोई सुसाइड नोट नहीं मिला।
एक अलमारी के अंदर तीन आधार कार्ड मिले और पताच ला कि उक्त तीनों मृतकों की पहचान की गयी हैं और तीनों का स्थायी पता ब्रह्म समाज लेन, गार्डनरिच, के रूप में हुई हैं। बिजय पेशे से वह बिजनेस मैन थे जबकि उनकी बेटी एलडीजे कॉलेज ऑफ लॉ, फलता में कानून की पढ़ाई कर रही थी। वह उक्त कॉलेज की तृतीय सेमेस्टर की छात्रा थी। स्थानीय पूछताछ से पता चला कि वे वित्तीय संकट का सामना कर रहे थे।