मदद का बढ़ाया हाथ; हेल्पलाइन नंबर जारी
कोलकाता। पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में हिंसा को लेकर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चिंता जताई है। शनिवार को एक ट्वीट में उन्होंने अपनी चिंता व्यक्त की और राज्य के निवासियों को बचाने के लिए हाथ बढ़ाया है। हेल्पलाइन नंबर जारी कर मदद की पेशकश की है।
ममता बनर्जी ने अपील की कि जो लोग अशांत मणिपुर से बंगाल लौटना चाहते हैं, अगर वे उस नंबर पर संपर्क करेंगे तो उन्हें मदद मिलेगी।ममता बनर्जी ने मुख्य सचिव हरिकृष्ण द्विवेदी को जिम्मेदारी दी है कि मणिपुर सरकार के साथ समन्वय कर लोगों को रेस्क्यू किया जाए।उनके लिए राहत और बचाव के इंतजाम किये जाएं।ममता बनर्जी ने शनिवार को मणिपुर हिंसा को लेकर ट्वीट किया है। उन्होंने कहा कि मणिपुर से उन्हें जिस तरह के संदेश और संदेश मिल रहे हैं। उससे गहरा दुख हुआ है। उन्हें मणिपुर के लोगों और देश के विभिन्न हिस्सों से आए अन्य लोगों की सुरक्षा की चिंता है।
ममता बनर्जी ने कहा कि जो लोग अभी मणिपुर में वहां फंसे हुए हैं। बंगाल सरकार लोगों के साथ खड़े होने के लिए प्रतिबद्ध है और मणिपुर सरकार के समन्वय से वहां फंसे लोगों को निकालने के लिए हर संभव प्रयास करने का निर्णय किया है।ममता बनर्जी ने कहा कि संकट और निराशा में लोगों की मदद के लिए मुख्य सचिव को पूरी प्रक्रिया की निगरानी करने का निर्देश दिया गया है। वह हर समय जनता के साथ हैं। ममता बनर्जी ने सभी से शांति बनाए रखने की अपील की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भी व्यक्ति जो सहायता चाहता है वह इन नंबरों पर हमसे संपर्क कर सकता है। ये नंबर हैं। 033-22143526 और 033-22535185। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि मणिपुर में हिंसा के चलते बीजेपी सरकार दबाव में है। हालात संभालने में असमर्थ उन्हें केंद्र की मदद लेनी पड़ी है। ऐसे में ममता बनर्जी ने भी मणिपुर में फंसे लोगों को बचाने का संदेश देकर रणनीतिक कदम उठाया है।पर्यवेक्षकों के एक वर्ग के अनुसार, ममता बनर्जी इसे राजनीतिक रूप से इस्तेमाल करना चाहती हैं। वह किसी न किसी तरह से यह बताना चाहती हैं कि तृणमूल कांग्रेस संकट की स्थिति में राजनीतिक या राजनीतिक पार्टी नहीं देखती है। तृणमूल कांग्रेस संकट के समय में सभी की मदद करती है।