बंद की बात सुनकर मैंने तीन कार्यक्रम और जोड़ दिये, अभिषेक का विपक्ष पर निशाना
कोलकाता। तृणमूल महासचिव अभिषेक बनर्जी की जन सहयोग यात्रा जनज्वार दिन प्रतिदिन रिकार्डो की नए किताब लिखी जा रही है। अभिषेक बनर्जी जहां भी जा रहे हैं वहां उनको देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग पंक्ति बंद होकर घंटो खड़े दिख रहे हैं। शुक्रवार को अभिषेक बनर्जी ने धुपगुड़ी नागरकाटा और माल में जनसभाओं को संबोधित किया। उन जनसभाओं में तिल रखने की भी जगह नहीं रही। भारी भीड़ को संबोधित करते हुए अभिषेक बनर्जी ने लोगों से पंचायत चुनाव के पहले मतामत कार्यक्रम में जमकर भाग लेने की अपील की।
उन्होंने कहा कि कूचबिहार, अलीपुरद्वार में जिस प्रकार से लोगों ने दोनों हाथों से इस कार्यक्रम को अपने कंधे पर बिठा लिया है मुझे उम्मीद है कि यहां भी उसी प्रकार से लोग कार्यक्रम को सफलता के नए आयाम से जोड़ देंगे। अभिषेक बनर्जी ने कहा कि मैं पंचायत चुनाव से पहले उम्मीदवारों को चुनने के लिए एक योजना बनाकर घर से निकला हूं। 25 जून तक मैं घर नहीं लौटूंगा। मैंने प्रण किया है कि जब तक हर एक आम आदमी को तृणमूल जनज्वार से नहीं जोड़ दूं तब तक चैन से नहीं बैठूंगा।
अभिषेक बनर्जी ने कहा कि जब मैंने इसकी योजना बनाई थी तब मुझे पता था कि यह योजना पश्चिम बंगाल में सफल होकर रहेगी लेकिन जिस प्रकार से इस का डंका अब दूसरे राज्यों में भी बजने लगा है उसे समझ में आ रहा है कि इस जनज्वार ने कहीं ना कहीं रिकार्डों की झड़ी लगाना शुरू कर दी है।
अभिषेक बनर्जी ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि आने वाले समय में जब आप अपने क्षेत्र के उम्मीदवार को बैलट बॉक्स के माध्यम से चुनेंगे तो निश्चित तौर पर विकास होकर रहेगा। उन्होंने कहा कि पहले के चुनाव में लोग डर से मतदान केंद्रों पर नहीं जाया करते थे। नामांकन के दिन भी डर बना रहता था। लेकिन अब चुनाव में हिंसा की कोई जगह नहीं है ।पंचायत चुनाव ग्रासरूट का चुनाव होता है। यहां आप अपने मन से अपने उम्मीदवारों का चयन करते हैं। और यही मैंने अपनी योजना में बनाई है कि अगर आप अपने मनपसंद उम्मीदवार को बैलट बॉक्स में वोट देंगे और वही उम्मीदवार अगर तृणमूल जनज्वार कार्यक्रम के अनुसार जीत जाता है तो हम उसे तृणमूल की उम्मीदवारी देंगे और उसके जीतने के बाद पूरे क्षेत्र का विकास निश्चित है।
उन्होंने कहा कि मेरी यह सोच है कि पश्चिम बंगाल का हर वह आदमी इस बात को सोच सकता है और तभी तो गांव-गांव घूम कर जब मैं लोगों से मिल रहा हूं तो मुझे पता चल पा रहा है कि तृणमूल जनज्वार कितना सफल कार्यक्रम के रूप में अपने आप को स्थापित कर रहा है। अभिषेक बंदोपाध्याय ने कहा कि केंद्र सरकार जानबूझकर पश्चिम बंगाल के 20 लाख परिवारों का पैसा रोके हुए हैं ।लगभग दो करोड़ 65 लाख लोगों को 100 दिनों का काम के बदले अगर पैसा नहीं मिला तो उन लोगों का क्या होगा यह सोच कर मेरा जी घबराता है। देश में ऐसा कोई राज्य नहीं जिसका 100 दिनों का कार्य का पैसा बाकी हो लेकिन सिर्फ पश्चिम बंगाल का पैसा केंद्र सरकार ने जानबूझकर बाकी लगा रखा है। हमें इसके विरुद्ध बड़ी लड़ाई लडऩी है। जरूरत पडऩे पर मैं दिल्ली भी जा बैठूंगा। अभिषेक बनर्जी ने कहा कि मैंने जीवन में एक ही बात सीखी है कि कभी भी आंदोलन से पीछे नहीं हटना चाहिए। राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आंदोलन के दम पर ही अपनी साख देश-विदेश तक बना कर रखी है। ममता बनर्जी और बंगाल सरकार को केंद्र सरकार प्रति हिंसा की राजनीति का परिचय देते हुए हमेशा केंद्रीय राशियों से वंचित रखने की कोशिश करती रहती है ।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कई बार प्रधानमंत्री को चि_ी भी लिखी कई बार मुलाकात भी की लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात हुआ लेकिन अब मुझे समझ में आ गया है कि सिर्फ चि_ी लिखने से या मुलाकात करने से 100 दिन का पैसा नहीं मिलेगा। जरूरत पडऩे पर मैं केंद्रीय ग्रामीण मंत्री गिरिराज सिंह का दफ्तर का घेराव भी करूंगा। अभिषेक बनर्जी ने कहा कि माल और नागरकाटा ने हमेशा चुनाव में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है ।मैं यहां पर पहुंचा तो मुझे ऐसा लगा ही नहीं कि मैं डायमंड हार्बर से कहीं बाहर गया हूं ।मुझे ऐसा प्रतीत हुआ जैसे मैं डायमंड हार्बर में ही हूं । यहां के लोग और उनका सत्कार मुझे बहुत पसंद आया। मादड़ीहाट कैंप में मैंने कल चाय श्रमिकों को बुलाया था उनकी समस्याओं को अभी निदान करना होगा क्योंकि जिस प्रकार से केंद्र सरकार का दंश झेल रहे हैं मुझे नहीं लगता कि उनका भला केंद्र सरकार के हाथ हो सकता है। हमारे नेता लगातार उनसे संपर्क में है और मैं हर संभव मदद उन्हें करूंगा। अभिषेक बनर्जी ने कहा कि जनज्वार यात्रा सिर्फ यात्रा नहीं बल्कि एक संकल्प है जिसे आम लोगों तक पंचायत में उनके मनपसंद उम्मीदवार को भेजने का लक्ष्य रखा गया है। अगर इस लक्ष्य में हम लोग कामयाब हो जाते हैं तो मैं समझूंगा कि पूरे पश्चिम बंगाल में विकास की ओर भी धारा बहती रहेगी। भाजपा को हमारे जनज्वार यात्रा से बहुत कष्ट हो रहा है, होना भी चाहिए। बीजेपी के लोग जब देख रहे हैं कि अभिषेक बंधोपाध्याय की सभाओं में हजारों लाखों की संख्या में लोग पहुंच रहे हैं तो कहीं ना कहीं उन्हें समस्या होना लाजमी है।
अभिषेक ने कहा कि हर समस्या का समाधान होता है। मैंने भी संकल्प कर रखा है कि पंचायत स्तर पर विकास की नई धारा लिखूंगा और उसकी कलम आम लोगों से ही लूंगा। उन्होंने कहा कि चाहे कुछ भी हो लेकिन जिस संकल्प को लेकर मैंने 24 अप्रैल को घर छोड़ा है उस इस संकल्प को पूरा कर मैं 25 जून को घर लौटूंगा । मुझे आप लोगों की मदद की जरूरत है ।अगर आप लोग मेरे साथ खड़े हैं तो मुझे और किसी की कोई जरूरत नहीं।
मैं जानता हूं गणतंत्र में जनता ही सर्वोपरि है और बंगाल की जनता तृणमूल के साथ है। और तृणमूल आप लोगों के साथ है। हम लोगों ने कभी भी उन क्षेत्रों का के साथ नाइंसाफी नहीं कि जहां पर तृणमूल को वोट नहीं दिया गया क्योंकि हम लोग विकास की गाथा लिखना जानते हैं विकास की धारा बहाना जानते हैं लेकिन जो लोग दिल्ली दरबार में बैठे हुए हैं वह सिर्फ पर प्रतिहिंसा की राजनीति जानते हैं तभी तो पश्चिम बंगाल का 100 दिन का पैसा लाख बार मांगने पर भी नहीं दिया जा रहा है।
ग्राम बांग्लार मतामत की दिखने लगी सफलता : अभिषेक
तृणमूल महासचिव अभिषेक बनर्जी ने माल के चेकंदा भंडारी टेम्पल में अधिवेशन और ग्राम बांग्लार मतामत कैंप को संबोधित करते हुए कहा कि ग्राम बांग्लार मतामत की सफलता दिखने लगी है। पहले दिन थोड़ी सी अति उत्साही की क्या हुई विपक्ष न जाने क्या क्या कहने लगा। लेकिन इस पार्टी का तृणमूल कांग्रेस है। इसने 24 घंटे के भीतर बड़ा आयोजन कर साबित कर दिया कि हमलोग किसी भी कार्यक्रम को नियोजित करने में सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से कूचबिहार, अलीपुरदुआर और अब माल में कार्यक्रम सफलता के आयाम को छू रहे हैं उससे पता चल रहा है कि हमलोगों ने कार्यक्रम की शुरुआत में जिस चीज की परिकल्पना की थी उसपर हमलोग सफल हुए हैं। उन्होंने कहा कि आनेवाले समय में जब लोग मतामत की चर्चा दूसरे राज्यों में भी करेंगे तब विपक्ष को समझ में आयेगा कि पश्चिम बंगाल जो आज सोचता है उसे देश कल सोचता है। उसी प्रकार तृणमूल जिस कार्यक्रम को आज सोचती है उसे दूसरे राज्य और दूसरी पार्टियां कल सोचेंगे।
‘वी लव एबी’
तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी का जनसंयोग यात्रा नवज्वार यात्रा के चौथे दिन माल, नागरकाटा में जमकर स्वागत किया गया। अभिषेक बनजी जिस भी रास्ते से गुजर रहे थे वहां फूलों से उनका स्वागत किया जा रहा था। अभिषेक बनजी जब धूपगुड़ी के बानरहाट पहुंचे तो गैरकाटा चौपाटी मोड़ पर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। लोग अभिषेक को देखने के लिए पंक्तिबद्ध होकर घंटों खड़े दिखे। अभिषेक बनर्जी अपने चिरपरिचित अंदाज में किसी को भी निराश नहीं किया बल्कि गाड़ी से उतरकर सभी का अभिनंदन स्वीकार किया। जलपाईगुड़ी जिले में इंट्री के वक्त मानो पूरा जिला उमड़ पड़ा हो। अभिषेक ने धूपगुड़ी के बाबा दरबेश हजरत के मजार पर जाकर माथा टेका और दुआ मांगी। इसके बाद नागराकाटा के बानरहाट में बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्र्यापण किया। वहां भी अभिषेक बनर्जी को देखने के लिए लोग उत्साही दिखे।
बंद की बात सुनकर मैंने तीन कार्यक्रम और जोड़ दिये, अभिषेक का विपक्ष पर निशाना
कालियागंज को लेकर भाजपा द्वारा बुलाये गये बंद पर अपना वक्तव्य रखते हुए तृणमूल महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा कि बंद का हमलोगों ने कभी समर्थन नहीं किया। जब मैंने सुना कि जानबूझ कर लोगों को परेशान करने के लिए बंद बुलाया गया तो मैंने अपने कार्यक्रमों में बदलाव करते हुए तीन और कार्यक्रम जोड़ दिये। उन्होंने कहा कि जनता बंद के खिलाफ रहती है लेकिन जानबूझकर भाजपा बंद की राजनीति कर रही है। तृणमूल कांग्रेस और उसके कार्यकर्ता के साथ साथ आम आदमी बंद का समर्थन नहीं करते।