College security guard held over Kolkata student's alleged gang-rape case; 4th arrest so far
सीबीआई दफ्तर से अभिषेक बनर्जी रात 8.38 बजे बाहर निकले। बाहर आकर अभिषेक बनर्जी ने कहा कि,सीबीआई केवल समय बर्बाद कर रही है.
कोलकाता। पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले में तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी से सीबीआई ने साढ़े 9 घंटे तक मैराथन पूछताछ की है. सीबीआई के समन पर अभिषेक बनर्जी निर्धारित समय सुबह 11 बजे से 2 मिनट पहले सीबीआई दफ्तर पहुंचे थे. सीबीआई दफ्तर से अभिषेक बनर्जी रात 8.38 बजे बाहर निकले। बाहर आकर अभिषेक बनर्जी ने कहा कि,सीबीआई केवल समय बर्बाद कर रही है. पूछताछ का निष्कर्ष जीरो है. यदि सबूत है तो मुझे गिरफ्तार करें. अभिषेक ने कहा कि मुझे बुलाने के लिये 24 घंटे का भी समय नहीं दिया गया। आम तौर पर 48 घंटे का कम सेकम समय दिया जाता है। मैने पहले भी कहा था कि मैं पूछताछ में पूरा सहयोग करुंगा, इसलिये बांकुड़ा से चला आया। पर जिस चि_ी के लिये मुझे बुलाया गया वैसी चि_ी तो सुदीप्त सेन ने शुभेंदु, अधीर, सुजन चक्रवर्ती के नाम पर मजिस्ट्रेट को लिखी थी, उन्हें आज तक क्यों नहीं बुलाया गया।
मेरे लिए अलग और बीजेपी के लिए अलग नियम है क्या? सीधी सी बाते है मेरी नवज्वार यात्रा में व्यवधान करने के लिए एक दिन की नोटिस पर मुझे बुलाया गया। नवज्वार में उमड़ रहे जनसैलाब से बीजेपी सहम गई है। प्रकृति भी नवज्वार में उमड़ रही भीड़ को रोक नहीं पाई। सोमवार से यह और दस गुना ज्यादा जोश के साथ शुरू होगी।
अभिषेक ने कहा कि मैंने जो भी सवाल पूछे गये उसका जवाब दिया है। फिर बुलायेंगे तो आऊंगा। आज की पूछताछ का निष्कर्ष जीरो है। उन्होंने मेरा भी और अपना भी समय बर्बाद किया है। बीजेपी चाहती है कि मैं पालतु कुत्ता बन कर रहंू पर मैं रॉयल बंगाल टाइगर हंू। दिल्ली के सामने सिर नहीं झुकाऊंगा। उनकी दासता स्वीकार नहीं करुंगा। जो सबसे बड़ा भ्रष्टाचारी शुभेन्दु हैं उसे बीजेपी सिर पर बैठाकर रखी है। शिक्षक घोटाले में सबसे ज्यादा एजेंट पूर्व मिदनापुर और मुर्शिदाबाद के हैं। यहां पर तीन नेताओं की जिम्मेदारी थी। उनसे क्यों नहीं पूछताछ की जा रही है कि घोटाला करनेवाले एजेंट से उनका क्या संबंध है। दस साल से सारधा का मामला चल रहा है। सबने टीवी पर देखा है कि कौन रुपया ले रहा है। उनसे क्या एक बार भी पूछताछ की गई। अभिषेक ने कहा कि कर्नाटक में 40 प्रतिशत कमिशन की सरकार थी कहां थे भाजपा के ईमानदार नेता?