राजभवन ने राज्य सरकार के अलावा चुनाव आयोग को भी पत्र लिखकर यह मांग की है. इस संबंध में राजभवन की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है
राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने शिक्षा मंत्री के रूप में चुनाव नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए ब्रात्य बोस को शिक्षा मंत्री पद से हटाने का प्रस्ताव दिया है। राजभवन ने राज्य सरकार के अलावा चुनाव आयोग को भी पत्र लिखकर यह मांग की है. इस संबंध में राजभवन की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है. हालांकि, गवर्नर की ऐसी सिफारिश की सच्चाई स्वीकार करने के बाद ब्रात्य बोस ने ट्वीट कर पलटवार किया. उन्होंने कहा कि राज्यपाल न सिर्फ एक राजनीतिक दल के लिए काम कर रहे हैं, बल्कि वह अपनी सारी सीमाएं भी लांघ रहे हैं. ब्रात्य बोस पर आरोप है कि गौड़बंग विश्वविद्यालय में तृणमूल शिक्षक संगठन की बैठक में राजनीति पर चर्चा की गई। यह आचार संहिता का सीधा उल्लंघन है। इस संबंध में ब्रात्य बसु ने कहा कि बैठक के लिये विश्वविद्यालय ने अनुमति दी गई थी। बैठक में कई और मंत्री थे फिर सिर्फ मेरे पर कार्रवाई क्यों की गई।