प्रशासन ने इसकी तैयारी जोर-शोर से शुरू कर दी है। दक्षिण 24 परगना के तटीय इलाकों में एक नियंत्रण कक्ष खोला गया है। दक्षिण चौबीस परगना में सुंदरबन के तट पर स्थित राहत शिविरों में पहले से ही अंतिम समय की तैयारियों के लिए सूखे भोजन और पीने के पानी का भंडार रखा जा रहा है।
सागर। बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती तूफान रेमल की ताकत बढ़ती जा रही है। धीरे-धीरे यह तट की ओर आ रहा है। अभी तक मौसम विज्ञानियों के मुताबिक यह शक्तिशाली चक्रवात पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप और बांग्लादेश के तट के बीच कहीं टकरा सकता है। राज्य में भी चक्रवात का व्यापक असर होने की आशंका है। प्रशासन ने इसकी तैयारी जोर-शोर से शुरू कर दी है। दक्षिण 24 परगना के तटीय इलाकों में एक नियंत्रण कक्ष खोला गया है। दक्षिण चौबीस परगना में सुंदरबन के तट पर स्थित राहत शिविरों में पहले से ही अंतिम समय की तैयारियों के लिए सूखे भोजन और पीने के पानी का भंडार रखा जा रहा है। चक्रवात रेमल के रविवार आधी रात तक सागर द्वीप और बांग्लादेश के खेपुपारा के बीच तटीय क्षेत्र से टकराने की संभावना है। शनिवार शाम तक चक्रवात कैनिंग से करीब 630 किलोमीटर दूर था। समय बढऩे के साथ यह चक्रवात और भी ताकतवर होता जा रहा है। इस बीच, चक्रवात से निपटने के लिए राज्य के दो तटीय जिलों में अत्यधिक सतर्कता बरती गई है। पूर्वी मेदिनीपुर, दक्षिण 24 परगना जिले के तटीय इलाकों में स्थानीय लोगों को चेतावनी देने के लिए माइकिंग की जा रही है।
दक्षिण 24 परगना, नामखाना, फ्रेजरगंज, काकद्वीप, रायदिघी और सागर में उच्च ज्वार आ रहा है। सुबह से ही बड़ी-बड़ी लहरें किनारे से टकरा रही हैं। पर्यटकों को निकालने के लिए पर्यटन केंद्रों में चक्रवात की चेतावनी जारी कर दी गई है। सागरदीप, काकदीप, नामखाना समेत सुंदरवन क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में भी चेतावनी अभियान चल रहा है। तटीय इलाकों से निवासियों को निकालने का काम जोरों पर है। प्रशासन के कर्मचारी लगातार मौसम की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। कुल मिलाकर प्रशासन एक और चक्रवात का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
केंद्र ने नबान्न से तैयारियों पर बात की
चक्रवात रेमल की स्थिति से निपटने के लिए राज्य किस तरह तैयार है, यह जानने के लिए केंद्र के प्रतिनिधियों ने राज्य प्रशासन के शीर्ष स्तर के अधिकारियों के साथ बैठक की। शुक्रवार को दिल्ली में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति की एक आपात बैठक हुई। केंद्रीय कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता में हुई बैठक में मुख्य सचिव बीपी गोपालिक नबान्न से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये शामिल हुए। मुख्य सचिव गोपालिक ने विस्तार से बताया कि प्राकृतिक आपदाओं की स्थिति में आम लोगों को सुरक्षित रखने के लिए राज्य प्रशासन द्वारा पहले से क्या उपाय किये गये हैं। नबन्ना सूत्रों के मुताबिक बैठक में मुख्य सचिव ने कहा कि स्थिति पर नजर रखने के लिए जिलों में नियंत्रण कक्ष खोले जा रहे हैं। भोजन और दवा सहित सभी आवश्यक वस्तुएं भंडारित हैं। पर्याप्त संख्या में आश्रय शिविर तैयार किये गये हैं। बिजली आपूर्ति व्यवस्था को सामान्य बनाए रखने के लिए राज्य द्वारा उठाए गए कदमों की भी विस्तार से जानकारी दी गई है। हालात से निपटने के लिए दक्षिण बंगाल में एनडीआरएफ की 12 टीमें तैनात की गई हैं। वे अलग-अलग क्षेत्रों में होंगे। तूफ़ान और उसके परिणाम से निपटेंगे। एनडीआरएफ की ये 12 टीमें कोलकाता एयरपोर्ट क्षेत्र, हसनाबाद, बशीरहाट, गोसाबा, काकद्वीप, सागरद्वीप, दीघा के रामनगर, कांथी, दांतन, नारायणगढ़ और आरामबाग में होंगी। इसके अलावा यह भी जानकारी है कि दीघा में दो टीमें होंगी।
कोलकाता सहित छह जिलों में रेड अलर्ट
रेमल रविवार सुबह भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है। इसके प्रभाव से दक्षिण बंगाल के जिलों में तूफानी बारिश होगी। कोलकाता समेत छह जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। वहां बहुत भारी बारिश का अनुमान है। इसके साथ तूफान आ सकता है अलीपुर मौसम विभाग के उप अधिकारी सोमनाथ दत्ता ने कहा, अगर सब कुछ इसी तरह रहा तो रेमल रविवार देर रात बांग्लादेश के सागर द्वीप और खेपुपारा के बीच टकराएगा। तब उसकी गति 110 से 120 किमी प्रति घंटा होगी। अस्थायी तौर पर हवा की गति 135 किमी प्रति घंटा तक बढ़ सकती है। इस रेमल के प्रभाव से दक्षिण बंगाल के सभी जिलों में बारिश का अनुमान है। रविवार को कोलकाता, हावड़ा, हुगली, उत्तर और दक्षिण 24 परगना, पूर्वी मिदनापुर में रेड अलर्ट जारी किया गया है। कोलकाता समेत इन छह जिलों में बहुत भारी बारिश की आशंका है। वहां 20 सेमी से ज्यादा बारिश हो सकती है। सोमवार को कोलकाता, हावड़ा, हुगली, उत्तर और दक्षिण 24 परगना, दो बर्दवान, बीरभूम में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया। तूफान 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से भी चल सकता है। अस्थायी रूप से हवा की गति बढ़ाने से 70 किलोमीटर प्रति घंटे तक की तेज़ हवाएँ चल सकती हैं। अलीपुर मौसम विभाग ने सोमवार को नदिया और मुर्शिदाबाद के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। भारी से बहुत भारी (सात से 20 सेमी) बारिश हो सकती है। तूफ़ान भी चल सकता है, जिसकी रफ़्तार 60 से 70 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है। अस्थायी रूप से हवा की गति बढ़ाने से 80 किलोमीटर प्रति घंटे तक की तेज़ हवाएँ चल सकती हैं। समुद्र की गति अशांत हो सकती है। जिसके चलते मछुआरों को सोमवार तक समुद्र में जाने पर रोक लगा दी गई है।
21 घंटे के लिए बंद रहेगी कोलकाता एयरपोर्ट की उड़ान
रेमल चक्रवात के मद्देनजर एयरपोर्ट ऑथोरिटी ऑफ इंडिया भी अलर्ट मोड पर है। यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एयरपोर्ट प्रबंधन ने कोलकाता एयरपोर्ट से उडऩेवाली सभी विमानों को 21 घंटों के लिए टाल दिया है। एयरपोर्ट प्रबंधन के अनुसार रविवार दोपहर 12 बजे से सोमवार सुबह 9 बजे तक एयरपोर्ट पर विमानों की आवाजाही पूरी तरह से बंद रहेगी।
सियालदह दक्षिण शाखा में रविवार रात्रि 11 बजे से सोमवार सुबह 6 बजे तक ट्रेन बंद