यदि मृतका के पिता पर आरोप झूठे हैं तो कड़ी कार्रवाई करे, इसमें शामिल पुलिस को नहीं बख्शा जायेगा
कोलकाता। लेकटाउन थाना क्षेत्र के नेहरू कॉलोनी क्षेत्र नंबर दो में एक नाबालिग की असामान्य मौत से हड़कंप मच गया है. कालीपूजा के दिन पटाखा फोडऩे का विरोध करने पर दुष्कर्म के झूठे मामले में फंसाये गये बिरजू साव को आज जमानत मिलनी थी, लेकिन पोस्को धारा के कारण उन्हें जमानत नहीं मिली. इसलिए बिरजू साव की बेटी स्वस्तिका साव ने निराशा के कारण आत्महत्या कर ली। चुमकी कुंडू और उज्ज्वल कुंडू ने बिरजु पर झूठा आरोप लगाया है, उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए अन्यथा शव को पोस्टमार्टम के लिए नहीं ले जाया जाएगा। यह मांग करते हुए परिवार के सदस्यों ने पुलिस को शव ले जाने से रोक दिया। बिरजू साव को तुरंत रिहा करने और जिन लोगों ने झूठा मामला दर्ज कराया उन्हें गिरफ्तार किए जाने की मांग को लेकर स्थानीय लोगों ने पुलिस को घेर कर प्रदर्शन करने लगे। बाद में पुलिस जबरन शव को पुलिस वैन में उठा कर ले गई। घटना की सूचना पाकर स्थानीय विधायक सुजीत बोस भी आ गये।
उन्होंने कहा कि छोटी बच्ची को हम वापस नहीं ला सकते। पर उसने जो अभियोग लगाया वह गंभीर अपराध है। हमने डीसी से कहा है कि परिवार का वीडियो देखकर जांच करे। यदि मृतका के पिता पर आरोप झूठे हैं तो कड़ी कार्रवाई करे, इसमें शामिल पुलिस को नहीं बख्शा जायेगा।