इसके अलावा सीएम ममता ने फिर से कहा की कुंभ मेले को राष्ट्रीय मेल घोषित किया गया है लेकिन गंगासागर मेले जहां एक करोड़ से ज्यादा लोग हर साल पुण्य की डुबकी लगाने के लिए आते हैं उसे पर केंद्र सरकार कुछ नहीं कहती।
गंगासागर से प्रकाश चन्द्रा
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दो दिवसीय गंगासागर दौरा कर वहां के विकास कार्यों का जायजा लिया और मेले की तैयारी की संपूर्ण जानकारी ली। उन्होंने बताया कि राज्य के 10 मंत्री गंगासागर मेले के दौरान ड्यूटी पर रहेंगे। मंत्रियों को जिम्मेदारी कुचबेरिया, कागद्वीप और गंगासागर प्रांगण में लगाई गई है। वहीं उन्होंने कहा कि मैंने डीएम को आदेश दिया है कि गंगासागर मेले का एरियल सर्वे करे कारण ताकि सुरक्षा के दृष्टिकोण से यह पूरी तरह से दुरुस्त हो।
उन्होंने कहा कि जल, थल और वायु स्तर पर हमें पूरी सुरक्षा चाहिए। इसके अलावा सीएम ममता ने फिर से कहा की कुंभ मेले को राष्ट्रीय मेल घोषित किया गया है लेकिन गंगासागर मेले जहां एक करोड़ से ज्यादा लोग हर साल पुण्य की डुबकी लगाने के लिए आते हैं उसे पर केंद्र सरकार कुछ नहीं कहती।
ममता बनर्जी ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि एक न एक दिन केंद्र सरकार गंगासागर मेले को राष्ट्रीय मेला घोषित करेगी। मंगलवार को सूबे की प्रशासनिक मुखिया ने गंगासागर में मेले की तैयारी से जुड़ी सारी बातें बताईं।इसके अलावा मुख्यमंत्री ने समुद्री क्षेत्र के लिए 161 करोड़ की सरकारी परियोजनाओं और कार्यक्रमों का उद्घाटन और शिलान्यास किया। ममता बनर्जी ने गंगासागर मेले के मामले में बार-बार सुरक्षा को प्राथमिकता दी है। उन्होंने तीर्थयात्रियों के लिए परिवहन सेवाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। ममता बनर्जी ने कहा कि मेले में आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए 2250 सरकारी बसें, 250 निजी बसें, 32 जहाज, 100 लॉन्च, 21 जेटी का इस्तेमाल किया जाएगा। जहाज प्रक्षेपण में जीपीएस और सैटेलाइट ट्रैकिंग सिस्टम होगा। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि किसी भी तरह की दुर्घटना को रोकने या कोई दुर्घटना होने पर स्थिति से निपटने के लिए 2500 नागरिक सुरक्षा और अन्य स्वयंसेवकों की भर्ती की जा रही है। मेले में आपातकालीन स्थितियों के इलाज के लिए सागर के आसपास के अस्पतालों में 515 बिस्तर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि आईसीयू की व्यवस्था की जायेगी। पर्याप्त डॉक्टर, नर्स और पैरामेडिक्स होंगे। इसके अलावा गंगासागर मेले के मौके पर प्रशासन की ओर से 100 एंबुलेंस, 4 वॉटर एंबुलेंस, 1 एयर एंबुलेंस की भी व्यवस्था की जाएगी। राज्य के मुख्यमंत्री ने मेले के आयोजन, तीर्थयात्रियों के लाभ और असुविधाओं सहित सभी मामलों की देखभाल के लिए 10 मंत्रियों को जिम्मेदारी सौंपी है। इनमें से कुछ मेला मैदान में रहेंगे, जबकि बाकी आसपास के क्षेत्र में रहेंगे। मेले को प्लास्टिक मुक्त रखने के लिए प्रशासन की ओर से विशेष पहल की गयी है।विशेष पर्यावरण-अनुकूल थैलों की भी व्यवस्था की गई है।
गंगासागर मेला 8 से 17 जनवरी तक आयोजित होने वाला है। पुण्यस्नान का समय मंगलवार 14 जनवरी प्रात: 6.58 बजे से बुधवार 15 जनवरी प्रात: 6.58 बजे तक है।इस मेले के लिए केंद्र सरकार कोई पैसा आवंटित नहीं करती है इस पर भी सीएम ने केंद्र पर हमला बोला।