जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए भीषण आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की मौत के बाद राज्य सरकार ने पीड़ितों और उनके परिजनों को राहत देने के लिए मुआवज़े की घोषणा की
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए भीषण आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की मौत के बाद राज्य सरकार ने पीड़ितों और उनके परिजनों को राहत देने के लिए मुआवज़े की घोषणा की है। यह हमला बैसरान घाटी में हुआ, जिसे अपनी प्राकृतिक सुंदरता के कारण 'मिनी स्विट्ज़रलैंड' कहा जाता है। बुधवार को सरकार ने घोषणा की कि मृतकों के परिवारों को ₹10 लाख, गंभीर रूप से घायल लोगों को ₹2 लाख, और मामूली रूप से घायल लोगों को ₹1 लाख की आर्थिक सहायता दी जाएगी। अधिकारियों ने कहा है कि इस राहत को तुरंत प्रक्रिया में लाया जाएगा ताकि पीड़ित परिवारों को त्वरित मदद मिल सके। यह हमला 2019 के पुलवामा हमले के बाद सबसे भयावह आतंकी घटना मानी जा रही है। जब पर्यटक टट्टू की सवारी और पिकनिक का आनंद ले रहे थे, तभी आतंकियों ने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। ज्यादातर पीड़ित देश के अलग-अलग हिस्सों से आए थे, जिनकी छुट्टियां एक भयावह त्रासदी में बदल गईं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बुधवार को श्रीनगर पहुंचे, जहाँ उन्होंने शोकाकुल परिवारों से मुलाकात की और बैसरान में श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने घटनास्थल का दौरा कर वरिष्ठ सैन्य और खुफिया अधिकारियों के साथ सुरक्षा समीक्षा की। शाह ने आश्वासन दिया कि इस जघन्य कृत्य के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और जल्द न्याय दिलाया जाएगा। गम और गुस्से से भरे परिजन इस दौरान अपने दुख को साझा करते हुए सरकार से कठोर और त्वरित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
इस मौके पर विपक्षी नेताओं ने भी एकजुटता दिखाई। कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल और जम्मू-कश्मीर कांग्रेस अध्यक्ष तारिक हामिद करा भी श्रद्धांजलि समारोह में शामिल हुए, जो इस भयावह हमले के खिलाफ राष्ट्रीय एकता का प्रतीक बना। यह हमला न केवल घाटी की शांति पर हमला है, बल्कि पूरे देश के लिए एक बड़ा झटका है। केंद्र सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में कोई नरमी नहीं बरती जाएगी।