ममता ने चेतावनी दी कि बंगाल में भाजपा शासन से खाद्यान्न की कमी हो जाएगी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उसके वरिष्ठ नेतृत्व पर तीखा और सीधा हमला किया। एक जनसभा को संबोधित करते हुए ममता ने केंद्र की सत्तारूढ़ पार्टी पर देश को बांटने की कोशिश करने का आरोप लगाया और चेतावनी दी कि अगर भाजपा बंगाल में सत्ता में आई तो इसके गंभीर परिणाम होंगे। उन्होंने कहा, "अगर भाजपा बंगाल में सत्ता में आई तो लोगों को भोजन मिलना बंद हो जाएगा।" उन्होंने राज्य को अस्थिर करने के लिए एक व्यवस्थित प्रयास का आरोप लगाया। ममता ने असंवैधानिक कानून लाने के लिए केंद्र की आलोचना की और कहा कि नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू समेत भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए के सहयोगी सुविधाजनक रूप से चुप हैं। उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा, "सत्ता के लिए वे मोदी को अपना दिल भी दे सकते हैं।" उनकी टिप्पणी वक्फ संशोधन अधिनियम और बंगाल में सांप्रदायिक अशांति को लेकर बढ़ते राजनीतिक तनाव के बीच आई है। अमित शाह पर तीखे हमले में ममता ने गुजरात दंगों की यादें ताजा कीं और कहा, "गुजरात दंगों का हिस्सा रहे लोग अमित शाह को जानते हैं। उनकी कंपनी जहां भी बैठती है, वहीं काटती है। अमित शाह कभी पीएम नहीं बनेंगे।" उन्होंने प्रधानमंत्री से शाह की हरकतों पर “कृपया नियंत्रण” करने की अपील की और उन्हें अशांति भड़काने के लिए जिम्मेदार ठहराया।
भाजपा पर सांप्रदायिक हिंसा भड़काने का प्रयास करने का आरोप लगाते हुए ममता ने आरोप लगाया कि पार्टी ने रामनवमी के दौरान दंगे भड़काने की योजना बनाई थी। उन्होंने लोगों को विभाजनकारी राजनीति का शिकार न बनने की चेतावनी दी। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, “भाजपा के हिंदू-हिंदू नारों के झांसे में न आएं। भारत को एकजुट करें, नहीं तो देश टूट जाएगा।” विपक्षी एकता का आह्वान करते हुए उन्होंने भारत ब्लॉक से वक्फ अधिनियम में संशोधन का विरोध करने का आग्रह किया।
ममता ने हाल की सांप्रदायिक अशांति में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की भूमिका पर भी गंभीर चिंता जताई। उन्होंने आरोप लगाया कि बच्चों को पत्थरबाजी करने के लिए पैसे दिए गए और सवाल किया कि वे प्रतिबंधित क्षेत्रों में कैसे घुस गए। उन्होंने केंद्रीय बलों से जवाबदेही की मांग करते हुए कहा, “मैं पता लगा रही हूं कि बीएसएफ ने उन्हें कैसे अंदर जाने दिया।”
केंद्र की खुफिया जानकारी साझा करने और मीडिया में हेरफेर की आलोचना करते हुए ममता ने कहा, “केंद्र सरकार हमारे साथ कोई रिपोर्ट साझा नहीं करती है।” उन्होंने मीडिया पर दूसरे राज्यों के वीडियो को तोड़-मरोड़कर दिखाने और उन्हें बंगाल की घटना बताकर पेश करने का आरोप लगाया। उन्होंने जोर देकर कहा, "मैं शांति चाहती हूं। मैं सभी धर्मों में विश्वास करती हूं।" उन्होंने नागरिकों से गलत सूचनाओं से न भड़कने का आग्रह किया।