उनके खिलाफ कुल 194 सांसदों ने मतदान किया। शुक्रवार को विश्वास मत पर वोटिंग के दौरान निचले सदन में कुल 258 सांसद मौजूद थे।
काठमांडू: नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने शुक्रवार को संसद में विश्वास मत खो दिया है। पीएम बनने के डेढ़ साल बाद संसद में बहुमत साबित ना कर पाने के बाद उन्होंने पद पद से इस्तीफा दे दिया है। दहल विश्वास प्रस्ताव का समर्थन करने के लिए आवश्यक 138 वोट हासिल करने में विफल रहे। 275 सदस्यीय प्रतिनिधि सभा में केवल 63 सांसदों ने उनके पक्ष में मतदान किया। उनके खिलाफ कुल 194 सांसदों ने मतदान किया। शुक्रवार को विश्वास मत पर वोटिंग के दौरान निचले सदन में कुल 258 सांसद मौजूद थे।
नेपाली कांग्रेस के साथ एक नए गठबंधन के गठन के लिए समझौते के बाद सीपीएन-यूएमएल के सरकार से अपना समर्थन वापस लेने के बाद प्रधानमंत्री दहल ने संविधान के अनुच्छेद 100(2) के अनुसार फ्लोर टेस्ट का विकल्प चुना लेकिन वह बहुमत साबित नहीं कर सके। संसद में विश्वास प्रस्ताव पेश करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी पार्टी संविधान को कमजोर नहीं करेगी और ना ही दूसरों को ऐसा करने की अनुमति देगी। उन्होंने कहा कि संविधान में प्रधानमंत्री को विश्वास मत हासिल करने के लिए एक महीने का समय दिया गया है।