केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (CFSL) की एक व्यापक रिपोर्ट RG कर मामले में सामने आई है, जिसमें पीड़िता के शरीर पर डीएनए विश्लेषण से जुड़े महत्वपूर्ण विवरण उजागर हुए
केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (CFSL) की एक व्यापक रिपोर्ट RG कर मामले में सामने आई है, जिसमें पीड़िता के शरीर पर डीएनए विश्लेषण से जुड़े महत्वपूर्ण विवरण उजागर हुए हैं। CFSL रिपोर्ट के अनुसार, पीड़िता के शरीर के विभिन्न हिस्सों से लिए गए 29 डीएनए नमूनों की जांच में कई व्यक्तियों का आनुवंशिक सामग्री मिली। खास बात यह है कि पीड़िता के शरीर से लिए गए योनि स्वाब में पीड़िता के अलावा एक अन्य महिला का डीएनए पाया गया।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि पीड़िता की बड़ी आंत, निप्पल और योनि क्षेत्र से मिले डीएनए नमूने न तो पीड़िता के अपने थे और न ही मुख्य संदिग्ध संजय के। इसके बजाय, इन क्षेत्रों में पाए गए आनुवंशिक सामग्री एक अन्य महिला की प्रतीत होती है। इससे यह सवाल खड़ा हो रहा है कि यह डीएनए पीड़िता के शरीर पर कैसे पहुंचा।
इसके अतिरिक्त, CFSL विश्लेषण ने पुष्टि की है कि पीड़िता के निप्पल क्षेत्र में संजय का डीएनए मौजूद था। रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ कि उसी क्षेत्र में कम से कम एक अन्य पुरुष का डीएनए भी पाया गया, जिससे संकेत मिलता है कि हमले में कई लोग शामिल हो सकते हैं। पीड़िता के शरीर के कई हिस्सों में पुरुष और महिला दोनों के डीएनए प्रोफाइल पाए जाने से मामले की जांच और जटिल हो गई है।
घटनास्थल से जुड़े सवाल भी उठ रहे हैं। पीड़िता का शव RG कर अस्पताल की आपातकालीन इमारत के सेमिनार कक्ष में पाया गया था। इसके बावजूद, CFSL रिपोर्ट के अनुसार, शरीर या आसपास के क्षेत्र में संघर्ष या प्रतिरोध के कोई निशान नहीं मिले। यह संकेत करता है कि हमले के दौरान पीड़िता ने शायद संघर्ष नहीं किया। इसके अलावा, फोरेंसिक विशेषज्ञों ने बताया कि सेमिनार कक्ष में प्रवेश और निकास करना बिना किसी की नजर में आए मुश्किल होगा, जिससे जांच और जटिल हो जाती है।
इन नए फोरेंसिक निष्कर्षों ने मामले को और उलझा दिया है, खासकर जब कई व्यक्तियों के डीएनए की उपस्थिति सामने आई है। जहां संजय के डीएनए की पुष्टि हो चुकी है, वहीं अन्य व्यक्तियों के संभावित शामिल होने की संभावना ने नए सवाल खड़े कर दिए हैं। अधिकारी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि ये डीएनए नमूने कैसे जमा हुए और अपराध की पूरी घटना क्या थी, जिसमें कई आरोपियों की संलिप्तता की संभावना शामिल है।