पीएम मोदी ने कहा कि हमने अपने 10 सालों के कार्यकाल में गरीबों के हित में काम किया है। सबका साथ और सबका विकास की नीति को आगे बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि हमने सर्वधर्म समभाव के विचार को लेते हुए तुष्टिकरण नहीं किया है बल्कि संतुष्टिकरण किया है।
लोकसभा में पीएम नरेंद्र मोदी ने आज राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि मुझे कुछ लोगों की छटपटाहट समझ में आती है। खासतौर पर ऐसे लोग जो लगातार तीसरी बार बुरी तरह से हारे हैं। हमें दुनिया के सबसे बड़े चुनाव में जनता ने फिर से चुना है और सेवा करने का मौका दिया है। पीएम मोदी ने कहा कि हमने अपने 10 सालों के कार्यकाल में गरीबों के हित में काम किया है। सबका साथ और सबका विकास की नीति को आगे बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि हमने सर्वधर्म समभाव के विचार को लेते हुए तुष्टिकरण नहीं किया है बल्कि संतुष्टिकरण किया है।
उन्होंने कहा कि तुष्टिकरण ने इस देश को तबाह किया है। इसलिए हमने सभी से न्याय और किसी का भी तुष्टिकरण नहीं की नीति को अपनाया है। नरेंद्र मोदी ने कहा कि इन नीतियों पर जनता ने मुहर लगाई है। इसीलिए फिर से एक बार देशवासियों की सेवा का मौका मिला है। इस चुनाव ने साबित किया है कि भारत की जनता कितनी परिपक्व है और कितने विवेकपूर्ण तरीके से फैसला करती है। इसी का नतीजा है कि आज तीसरी बार हम आपके सामने हैं और विनम्रता से सेवा के लिए उपस्थित हुए हैं।
इससे पहले सोमवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने नीट परीक्षा में पेपर लीक के आरोपों और अग्निपथ भर्ती स्कीम को लेकर सरकार पर हमला बोला था। इसके अलावा उन्होंने भगवान शिव की तस्वीर दिखाते हुए कहा था कि खुद को हिंदू कहने वाले लोग हिंसा-हिंसा की बात करते हैं, जबकि भगवान शिव शांति का संदेश देते हैं। वह कहते हैं कि न डरो और न डराओ। राहुल गांधी के इस बयान पर पीएम नरेंद्र मोदी समेत सरकार के कई मंत्रियों ने ऐतराज जताया था।