College security guard held over Kolkata student's alleged gang-rape case; 4th arrest so far
परिवार के अनुसार, मंगलवार देर रात अचानक शफीकुल को तेज ठंड के साथ बुखार आया, जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल में इलाज के दौरान लापरवाही बरती गई, जिससे शफीकुल की जान चली गई।
मालदा। मालदा जिले के मानिकचक ग्रामीण अस्पताल में बुधवार तड़के एक मरीज की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा किया। मृतक का नाम शफीकुल इस्लाम (35) था, जो पेशे से ऑटो चालक था और मानिकचक थाना अंतर्गत बड़ाबागान इलाके का रहने वाला था।
परिवार के अनुसार, मंगलवार देर रात अचानक शफीकुल को तेज ठंड के साथ बुखार आया, जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल में इलाज के दौरान लापरवाही बरती गई, जिससे शफीकुल की जान चली गई। मौत के बाद गुस्साए परिजनों ने अस्पताल के ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया।
हंगामे के कारण अस्पताल परिसर में तनाव फैल गया और स्थिति हाथापाई तक पहुंच गई। सूचना मिलते ही मानिकचक थाना पुलिस मौके पर पहुंची और हस्तक्षेप कर स्थिति को काबू में किया।
मृतक के भाई सामिद शेख ने आरोप लगाया कि डॉक्टर की लापरवाही के कारण उसके भाई की मौत हुई।
अस्पताल प्रशासन का कहना है कि शफीकुल की हालत पहले से ही गंभीर थी। नाड़ी की गति धीमी होने के कारण डॉक्टरों ने उसे तुरंत भर्ती कराने की सलाह दी थी, लेकिन परिजन उसे कहीं और ले गए। बाद में, जब मरीज की हालत और बिगड़ गई, तो उसे वापस अस्पताल लाया गया, लेकिन तब तक उसकी जान नहीं बचाई जा सकी।
ब्लॉक स्वास्थ्य अधिकारी अविक शंकर कुमार ने कहा, "हमने घटना की जानकारी ले ली है और इसकी जांच की जाएगी। मामले की रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजी जाएगी और उनके निर्देश के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।" मृतक के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है।