पहले बनायी नकली चाबी फिर लूटा बैंक
कोलकाता। बैंक का बोल्ट तोड़कर किये गये डकैती के वारदात के रहस्य से आखिरकार एक सप्ताह के अंदर ही पुलिस ने पर्दा उठा दिया है। 25 नवंबर को डायमंड हार्बर जिला पुलिस ने महेश्तला में एक सरकारी बैंक की एक शाखा में वारदात को अंजाम दिया गया था। इस वारदात को अंजाम देने वाले लुटेरों को आखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया हैं और गिरफ्तार आरोपी के पास से पुलिस ने चोरी किये गये सारे पैसे और आभूषण बरामद कर लिये हैं। उसी बैंक के एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी व उसकी पत्नी समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया हैं।
हालाँकि उस बैंक के सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध नहीं है, लेकिन पास के बैंक में लगे सीसीटीवी के फुटेज के सहयोग से पुलिस ने आरोपियों की शिनाख्त कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। वारदात के बाद मामले की जांच में जुटी महेशतला पुलिस थाने के जांच अधिकारियों बैंक के ईर्द गिर्द लगे सीसीटीवी फुटेजों की जांच शुरू की तो उनके हाथ कई तथ्य लगे। पास के बैंक से बरामद किये गये सीसीटीवी कैमरे के फुटेज में पुलिस को उस बैंक के ही एक कर्मचारी और उसकी पत्नी के साथ कुछ लोग बैंक में दाखिल होते नजर आये।
पुलिस ने संदेह के आधार पर बैंक कर्मचारी और उसकी पत्नी को हिरासत में लेकर पूछताछ। पुलिसिया पुछताछ में कई बार दोनों बयान बदल रहे थे जिसके बाद पुलिस ने दवाब बनाया तो दोनों ने अपना गुनाह स्वीकार कर लिया जिसके बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी के बाद दोनों के निशानदेही के आधार पर पुलिस ने हावड़ा के उलुबेरिया में छापेमारी की और वहाँ से बैंक से लुटे गये रूपये और नकद बरामद कर लिये गए।
हालांकि, पुलिस ने अभी तक यह नहीं बताया है कि बैक कर्मचारी दंपतियों के साथ वारदात में शामिल अन्य लोगों को कहाँ से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक फिलहाल मामले की जांच चल रही हैं और जल्द ही पुलिस इस पूरे वारदात का खुलासा करेगी। डायमंड हार्बर जिले के पुलिस अधीक्षक राहुल गोस्वामी ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमलान कुसुम घोष और एसडीपीओ कमरुज्जमां मोल्लाह के साथ गिरफ्तार आरोपियों के साथ घटना का पुनर्निर्माण किया।
पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि वे कहां घुसे और कहां भागे। पुलिसिया पूछताछ में आरोपी ने कबूल किया हैं कि आरोपी डेढ़ साल पहले बैंक के पूर्व मैनेजर का भरोसेमंद कर्मचारी था, बैंक मैनेजर के भरोसे का फायदा उठाकर उसने बोल्ट और बैंक के विभिन्न तालों का डुप्लिकेट चाभी तैयार कर लिया था जिसका इस्तेमाल कर उसने वारदात को अंजाम दिया।