कलकत्ता हाईकोर्ट ने सीआईडी से शाहजहां शेख की कस्टडी सीबीआई को सौंपने का आदेश दिया तो सीआईडी ने इसका विरोध किया। राज्य सरकार की तरफ से यह मामला सुप्रीम कोर्ट में रखा गया, लेकिन जब सुप्रीम कोर्ट के तुरंत सुनवाई से इनकार कर दिया।
कोलकाता। पश्चिम बंगाल के संदेशखाली हिंसा मामले में पकड़े गए पूर्व टीएमसी नेता शाहजहां शेख से अब सीबीआई पूछताछ करेगी। कोलकाता में हाई कोर्ट के फैसले के बाद सीबीआई ने शाहजहां शेख को अपनी कस्टडी में लिया है। सीबीआई को शाहजहां शेख की कस्टडी ईडी अफसरों की टीम पर हमले के मामले में मिली है। इससे पहले कोलकाता में शाहजहां शेख को लेकर काफी हाईवोल्टेज ड्रामा देखने को मिला।
कलकत्ता हाईकोर्ट ने सीआईडी से शाहजहां शेख की कस्टडी सीबीआई को सौंपने का आदेश दिया तो सीआईडी ने इसका विरोध किया। राज्य सरकार की तरफ से यह मामला सुप्रीम कोर्ट में रखा गया, लेकिन जब सुप्रीम कोर्ट के तुरंत सुनवाई से इनकार कर दिया। इसके बाद सीबीआई की टीम केंद्रीय सुरक्षा बलों के साथ बंगाल पुलिस के मुख्यालय पहुंची और करीब तीन घंटे की लिखापढ़ी के बाद शाहजहां शेख को हिरासत में लिया।
कलकत्ता हाईकोर्ट ने शाम सवा चार बजे तक सौंपने का आदेश दिया था, हालांकि इसमें देरी हुई और सीबीआई को शाहजहां शेख की कस्टडी शाम पौने सात बजे के करीब मिल पाई। इससे पहले कोलकाता में सीआईडी ने कस्टडी सौंपने से पहले शाहजहां शेख का मेडिकल कराया। इसके बाद सीबीआई को शाहजहां की कस्टडी सौंपी। इस दौरान सीबीआई की टीम पश्चिम बंगाल पुलिस के मुख्यालय में मौजूद रही। शाहजहां शेख से सीबीआई ईडी पर हमले के मामले में पूछताछ करेगी। राज्य सरकार ने बाकी मामलों की जांच सीआईडी को सौंपी है। शाहजहां शेख संदेशखाली में ईडी की टीम पर हमले के बाद फरार हो गया था।
शाहजहां शेख कुल 42 मामलों में वांछित है। उस पर पांच जनवरी को संदेशखाली में ईडी की टीम पर भी हमले का आरोप है। इसके अलावा शाहजहां शेख के खिलाफ राशन घोटाले में शामिल होने के भी आरोप हैं। सीबीआई इन सभी मामलों में पूछताछ करेगी। इसके अलावा शाहजहां शेख और उसके तीन करीबियों पर संदेशखाली की महिलाओं ने यौन उत्पीड़न के आरोप भी लगाए हैं।